भगवान शिव के तीसरे नेत्र की उत्पत्ति कैसे हुई
भगवान शिव के तीसरे नेत्र की उत्पत्ति की कथा बड़ी ही मनोरम है। किसी पापी या अत्याचारी का संहार करने हेतु इसका प्रकाट्य नहीं हुआ था। अपितु संसार को घोर अन्धकार से बचाने के लिये भगवान शिव ने स्वयं ही इसका प्रादुर्भाव किया था। ये कथा महाभारत ग्रन्थ के छठे खण्ड के अनुशासनपर्व के अन्तर्गत …