Some Hindi Poetry I wrote

1. आज उन्होने भी कह दिया हमें अपना बेग़ाना,

जिनको दिलो-जान से हमने अपना माना,

वो सुनाते गए हम सुनते गए, हमारी बेवफ़ाई,

और हमसे बनाया भी न गया कोई वफ़ाई का बहाना।

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2. सपने में तुम आए हो या सपना तुम्हारा आया है,

तुम नहीं जानते तुम्हारी याद ने हमें कितना रुलाया है।

सपने में ही सही तुम दिखे तो,

लम्बी अमावस के बाद आज पूरा चाँद नज़र आया है।

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3. ठोकर लगे तो आह की बजाए तुम्हारा नाम होठों पे आता है,

खुशी मिले तो वाह की बजाए तुम्हारा नाम होठों पे आता है,

ये सारे लोग कहते हैं कि तुम बोलते बहुत हो

लेकिन मैं जब भी बोलता हूँ, तुम्हारा नाम होठों पे आता है।

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