हिंदी व्याकरण

हिन्दी सीखें–प्रमुख विराम-चिह्न

Punctuation marks in Hindi (प्रमुख विराम-चिह्न) पूर्ण विराम – वाक्य के समाप्त होने पर यह चिह्न लगाया जाता है। इससे वाक्य के पूर्ण होने का बोद्ध होता है। जैसे – रवी सो गया है। अब कल सवेरे मिलना। सूर्योदय से पूर्व उठना सेहत के लिए लाभकारी है। अल्प विराम – वाक्य में जहाँ थोड़ा रुकना […]

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हिन्दी सीखें–विराम-चिह्न (Punctuation Marks)

विराम-चिह्न (Punctuation Marks) वाक्य के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए जो चिह्न लगाये जाते हैं, उन्हें विराम-चिह्न कहा जाता है। ‘विराम’ का अर्थ है ‘रुकना’। आवश्यकता के अनुसार रुकना आवश्यक भी हो जाता है। ध्यानपूर्वक देखने से नीचे दी गई दो उदाहरणो से वाक्य के पृथक-पृथक अर्थ स्पष्ट हो जाते हैं। जैसे- रुको, मत खाओ। रुको मत,

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हिन्दी सीखें–क्रिया पर लिङ्ग, वचन, और पुरुष का प्रभाव

क्रिया एक विकारी शब्द है। कर्ता के लिङ्ग, वचन और पुरुष के अनुसार उसके रूप में परिवर्तन होता रहता है। लिङ्ग का प्रभाव – क्रिया का लिङ्ग कर्ता के अनुसार बदलता रहता है। कर्ता पुल्लिङ्ग होने पर क्रिया आकारान्त होती है। कर्ता स्त्रीलिङ्ग होने पर क्रिया ईकारान्त हो जाती है। जैसे – पुल्लिंग स्त्रीलिंग सुरेश

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