Sangya se Visheshan List of 272 Words | Sangya se Visheshan ki Rachna | संज्ञा से विशेषण बनाना उदाहरण

हिंदी भाषा में बहुत से ऐसे शब्द होते हैं जो कि किसी भी वस्तु या अनुभव का गुण बताते हैं और इस लिए हम उन्हें विशेषण कहते हैं। परन्तु, हिंदी भाषा में कुछ ऐसे भी शब्द होते हैं जिनका रूप बदलकर उनको विशेषण के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

ऐसे ही कुछ शब्द जो कि मूल रूप में संज्ञा होते हैं यहाँ पर दिए गए हैं और तालिका में उनके विशेषण का रूप भी दिया गया है। यदि आप भी ऐसी ही किसी अन्य संज्ञा के बारे में जानते हों तो टिप्पणी के माध्यम से औरों के साथ साझा करना ना भूलें।

संज्ञा से विशेषण बनाना उदाहरण

संज्ञाविशेषण
 सुरसुरीला
अंकअंकित
अंतअंतिम
अंतरआंतरिक
अंशआंशिक
अंशुअंशुल
अधर्मअधर्मी
अध्ययनअध्येता
अध्यात्मआध्यात्मिक
अनुकरणअनुकरणीय
अनुभवअनुभवी
अनुवादअनूदित
अपमानअपमानित
अर्थआर्थिक
अवलंबअवलंबित
आत्माआत्मिक
आदरआदरणीय 
आदिआदिम
आयुआयुष्मान/मती
आलस्यआलसी
आविष्कारआविष्कृत
आश्रय आश्रित
आस्वादआस्वादित
इतिहासऐतिहासिक
ईमानदारीईमानदार
ईर्ष्याईर्ष्यालु
उत्कंठाउत्कंठित
उत्साहउत्साही
उदरउदरस्थ
उदासीउदास
उपासनाउपासक
ऊर्मिऊर्मिल
ऋणऋणी
ओजओजस्वी
कंटककंटकित
करणाकारुणिक
कर्तव्यकर्तव्यपरायण
कर्मकर्मठ
कलंककलंकित
कलपनाकाल्पनिक
काँटाकँटीला
कागज़कागज़ी
कामकामुक
कायाकायिक
कालकालिक
किताबकिताबी
कुलकुलीन
कुसुमकुसुमित
कृपाकृपालु
क्रमक्रमिक
क्षत्रियक्षात्र
क्षयक्षीण
क्षुधाक्षुधित
खटासखट्टा
खेलखिलाड़ी
गतिगतिमान
गाँवगँवार
गुणगुणी, गुणवान
गुलाबगुलाबी
ग्रामग्रामीण
घावघायल
घावघायल
चतुरताचतुर
चमकचमकीला
चाचाचचेरा
चाल चालू
चिकित्साचिकित्सक
चित्रचित्रित
चिह्नचिह्नित
चीनचीनी
छंदछंदोमय
जटाजटिल
जलजलमय
ज़हरज़हरीला
जातिजातीय
जापानजापानी
जीवजैविक
जोशजोशीला
ज्ञानज्ञानी
ज्योतिज्योतिर्मय
झगड़ाझगड़ालू
ठंडठंडा
तटतटस्थ, तटीय
तत्वतात्विक
तपतपस्वी
तरंगतरंगित
तर्कतार्किक
तीनतीसरा
तेजतेजस्वी
त्रासत्रासदी
दयादयालु
दानदानी, दाता
दिनदैनिक
दीनतादीन
दुखदुखी
देवदैविक, दैवी
देहदैहिक
दोदूसरा
द्रवद्रवित
धनधनी, धनवान
धर्मधार्मिक
धूमधूमिल
ध्यानध्येय
ध्वनिध्वनित
नगरनागरिक
नमकनमकीन
नवनवीन
नागपुरनागपुरी
नावनाविक
नास्तिनास्तिक
निंदानिंदक, निंदित
नियंत्रणनियंत्रित
निसर्गनैसर्गिक
नीतिनैतिक
पंकपंकिल
पंजाबपंजाबी
पक्षपाक्षिक
पठनपठित
पत्थरपथरीला
परलोकपारलौकिक
परितोषपारितोषिक
परिवारपारिवारिक
पर्वतपर्वतीय
पल्लवपल्लवित
पाठपाठ्य
पानपनवाड़ी
पापपापी
पितापैतृक
पिशाचपैशाचिक
पीड़ापीड़ित
पुत्रपुत्रवान/वति
पुरापुरातन
पुराणपौराणिक
पुरुषपुरुषार्थ
पुष्यपुष्पित
पुस्तकपुस्तकीय
पूजापूज्य, पूजनीय
पूर्वपूर्वी
पेटपेटू
पोषणपोषक
प्यासप्यासा
प्रतःकालप्रातःकालीन
प्रत्याशाप्रत्याशित
प्रमाणप्रमाणिक
प्रलयप्रलयंकर
प्रांतप्रांतीय
फुर्तीफुर्तीला
फेनफेनिल
फ्रांसफ्रांसीसी
बनारसबनारसी
बलबली, बलवान
बाज़ारबाज़ारू
बाधाबाधित
बाहरबाहरी
बुद्धिबौद्धिक, बुद्धिमान/मती
बुभुक्षाबुभुक्षित
बुराईबुरा
भयभयभीत
भारभारी
भारतभारतीय
भूखभूखा
भूगोलभौगोलिक
भूमिभौम
भूलभुलक्कड़
भेद भिन्न
मदमादक
मधुमधुमय, मधुर
मध्यमध्यस्थ
मनमानसिक
मनसमनस्वी
मर्ममार्मिक
मर्यादामर्यादित
महत्तवमहत्तवपूर्ण
मानवमानवीय
मानसमानसिक
मायामायावी
मासमासिक
मिठाईमीठा
मिठाईमीठा
मिठासमीठा
मुखमुखर
मूर्धामूर्धन्य
मूलमौलिक
मृत्युमृतक, मृत
मृदुमृदुल
मोहमोहित
मौनमौनी
यज्ञयाज्ञिक
यदुयादव
युगयुगीन
योरुपयोरोपीय
रंगरंगीला/रंगीन
रक्तरक्तिम
ऱक्षारक्षक
रघुराघव
रसरसिक,रसीला
राजनीतिराजनैतिक
राष्ट्रराष्ट्रीय
रुचिरुचिर
रूपरूपवान, रूपवती
रूसरूसी
रेतरेतीला
रोगरोगी
रोजरोजाना
रोमांचरोमांचित
लखनऊलखनवी
लयलीन
लाठीलठैत
लालचलालची
लालिमालाली
लिपिलिपिबद्ध
लेखलिखित
लोकलौकिक
वनवन्य
वनवन्य
वर्षवार्षिक
वायुवायवी, वायव्य
विकारविकारी
विदेशविदेशी
विधिवैध
विवाहवैवाहिक
विश्वासविश्वासी
विषविषैला
विष्णुवैष्णव
विस्मयविस्मित
वेदवैदिक
शक्तिशक्तिशाली
शब्दशाब्दिक
शर्मशर्मीला
शहरशहरी
शापशापित
शास्त्रशास्त्रीय
शिवशैव
शीतशीतल
शोभाशोभित
श्रद्धाश्रद्धालु
श्रमश्रमिक
श्रीश्रीमान, श्रीमती
संकेतसांकेतिक
संचयसंचित
संप्रदायसांप्रदायिक
संयमसंयमी
संयोगसंयुक्त
संस्कृतिसंस्कृतिक
सत्सात्विक
सत्यसत्यनिष्ठ, सत्यवान
सप्ताहसाप्ताहिक
सफ़ेदीसफ़ेद
समयसामयिक
समाजसामाजिक
समीपसमीपस्थ
समुदायसामुदायिक
सर्वजनसार्वजनिक
साहससाहसी
साहससाहसिक
साहित्यसाहित्यिक
सुंदरतासुंदर
सुखसुखी, सुखद
सुगंधसुगंधित
सुरभिसुरभित
सेवासेवक
सोनासुनहरा
सौंदर्यसुंदर
स्तुतिस्तुत्य
स्थानस्थानीय 
स्वस्वकीय
स्वप्नस्वप्निल
स्वर्गस्वर्गीय
स्वर्णस्वर्णिम
स्वादस्वादिष्ट
हिंसाहिंस्र
हृदयहार्दिक

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