75 One Word Substitution in Hindi | Vakyansh Ke Liye Ek Shabd in Hindi | वाक्यांश के लिए एक शब्द इन हिंदी

Vakyansh Ke Liye Ek Shabd in Hindi means those single words which can be used for a phrase, though the meaning would remain the same. In English, these are known as one-word substitution.

These words are very useful if you are building your Hindi vocabulary and are trying to know the Hindi language in a better and deeper way.

One-word Substitution in Hindi Grammar

Vakyansh in HindiShabd (One Word Substitution)
सब कुछ जानने वालासर्वज्ञ
जिसका कोई अंत न होअनंत
जो पहले कभी न हुआ होअभूतपूर्व
जीवन भर रहने वालाआजीवन
जो बहुत जानता हैबहुज्ञ
जो किसी विषय का पूर्ण विद्वान होपारंगत
जिसमें दया न होनिर्दय
जिसकी कोई इच्छा न होनिस्प़ृह
वह स्थान जहाँ कोई न रहता होनिर्जन
जिसका कोई आकार न होनिराकार
जिसमें कोई विकार न होनिर्विकार
जिसका कोई दोष न होनिर्दोष
जिसमें लज्जा न होनिर्लज्ज
जिसका कोई उद्देश्य न होनिरुद्देश्य
जिसके मन में ममता न होनिर्मम
कम खाने वालामिताहारी
मांस खाने वालामांसाहारी
मांस न खाने वालाशाकाहारी
जिसकी सीमा न होअसीम
जिसका अनुभव किया गया होअनुभूत
जिसका विश्वास किया जा सकेविश्वसनीय
जिसमें पाप नहीं हैनिष्पाप
जिसने पाप किया होपापी
जिसमें प्रतिभा होप्रतिभावन
जिसके आने की तिथि मालूम न होअतिथि
जो जन्म से अंधा होजन्मांध
जो नष्ट होने वाला होनश्वर
जो स्त्री कविता रचती हैकवयित्री
जो पुरूष कविता लिखता हैकवि
जो अपनी हत्या करता हैआत्मघाती
जो दूसरे की हत्या करता हैहत्यारा
जो धर्माचरण करता हैधर्मात्मा
जिसके पार देखा जा सकता हैपारदर्शक
जिसके पार न देखा जा सकेअपारदर्शक
जिसका उदर लंबा हैलंबोदर (गणेश)
जो ह्रदय से दया रखता है दयालु
जो हाथ से खूब देता हैमुक्तहस्त
जो नया जन्मा होनवजात
जो नया आया हुआ होनवागंतुक
जो सरलता से समझने योग्य होसुबोध
आँखों के सामने न होनापरोक्ष
अधिक वर्षा होनाअतिवृष्टि
वर्षा न होनाअनावृष्टि
जिस स्थान पर अभिनेता अपना वेश-विन्यास करते हैंनेपथ्य
जिस समय बड़ी कठिनाई से भिक्षा मिलती हैदुर्भिक्ष
अवश्य होने वालाअवश्यंभावी
दो वेदों को जानने वालाद्विवेदी
तीन वेदों को जानने वालात्रिवेदी
चार वेदों को जानने वालाचतुर्वेदी
प्रतिदिन होने वालादैनिक
प्रति सप्ताह होने वाला साप्ताहिक
प्रत्येक पक्ष (पंद्रह दिन) में होने वालापाक्षिक
प्रत्येक माह होने वालामासिक
प्रत्येक छह मास में होने वालाअर्द्धवार्षिक
प्रतिवर्ष होने वालावार्षिक
पच्चीस वर्ष पूरे करने के उपलक्ष में होने वाला उत्सवरजत जयंती
पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष में होने वाला उत्सव स्वर्ण जय़ंती
जो शरण में आया होशरणागत
जो शरण में आना चाहता होशरणार्थी
जिसमें सबकी सम्मति होसर्वसम्मति
जिसे छूना वर्जित होअस्पृश्य
बहुत तेज़ चलने वालाद्रुतगामी
जो बाहर के देश का होविदेशी
जो अपने देश का होस्वदेशी
समान अर्थों वाले शब्दपर्यायवाची
विपरीत अर्थों वाले शब्दविलोम
जहाँ जाना कठिन होदुर्गम
जिसकी गणना ना हो सकेअसंख्य
जो उत्तर ना दे पायेनिरुत्तर
जो मेहनत करता होपरिश्रमी
जो मेहनत ना करता होआलसी
जो मर ना सकता होअमर
जो पिता से प्राप्त हुआ होपैतृक
जो स्मरण ना रख पायेभुलक्कड़
जो साथ पढ़ता होसहपाठी

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.