संस्कृत कहानी चालाक लोमड़ी
बाल्यकाल से ही विद्यार्थी इस कहानी को कण्ठस्थ कर सभी को सुनाते रहते हैं। चालाक लोमड़ी तथा अङ्गूर खट्टे हैं ये दो ऐसे कथन हैं जो लगभग सभी बच्चों को सरलता से स्मरण रहते हैं। आङ्गल भाषा में भी इस कथा का उच्चारण बच्चों से करवाया जाता है। मैं अपने बाल्यकाल से लेकर अपनी बेटी …